अपने ऊपर हो रहे अत्याचार से सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरूष भी परेशान हैं, इसकी बानगी काशी में देखने को मिली। यहां पुरुषों के एक समूह ने महिलाओं के खिलाफ यज्ञ और वैवाहिक संबंधों का पिंड दान कर पिशाचिनी मुक्ति यज्ञ किया।
वाराणासी में अपने ऊपर हो रहे अत्याचार से तंग आकर 156 पुरुषों ने महिलाओं के खिलाफ पिशाचिनी मुक्ति यज्ञ किया। यह यज्ञ सेव इंडियन फैमिली मूवमेंट और दामन वेलफेयर सोसायटी की तरफ से 10 वां राष्ट्रीय अधिवेशन था। इस अधिवेशन में उन पुरुष कार्यकर्ताओं ने शिरकत की जिनके ऊपर झूठे मुकदमे चल रहे थे और सबूत के आभाव में उन्हें रिहा कर दिया गया। पुरुषों ने महिलाओं के लिए नियम कानून बनाने और पुरुषों को नजरअंदाज करने के लिए पूरी न्यायपालिका के ऊपर निशाना साधा।
सभी पुरुषों ने अपने विवाह का पिंड दान कर खुद को उन सभी महिलाओं से दूर कर लिया जिनके कारण उनको अपनी जिंदगी के कठिन दिन बिताने पर मजबूर होना पड़ा। पुरुषों का कहना है कि महिलाएं अपनी आजादी का फायदा उठा कर पुरुषों का शोषण कर रही हैं, लेकिन उनके आगे कोई पुरुषों की सुनवाई नहीं होती है। इन कार्यकर्ताओं का मानना है कि न्यायपालिका को अब महिलाओं के साथ भी सख्ती बरतनी चाहिए।
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