आजादी में बाधक बने दरोगा को बीवी ने ही मरवा डाला, बेटियां भी साजिश में थी शामिल
- Anupam Dubey
- Jun 26, 2018
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शाहजहांपुर में रेडियो विभाग में कार्यरत दरोगा भोंदे खां की हत्या उनकी बीवी ने भाड़े के हत्यारों से कराई थी। भोंदे खां की चार बेटियां भी षड्यंत्र में शामिल थीं। दरोगा पत्नी और बेटियों की आजादी का विरोध करते थे जिसके कारण उनकी हत्या की साजिश रची गई। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दरोगा की बीवी और चार बेटियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या करने वाले बदमाश फरार हैं। वह मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले थे।

शाहजहांपुर के एमनजई जलालनगर मोहल्ला में अपने ही दामाद अनीस के मकान में किराए पर रहने वाले पुलिस के रेडियो डिपार्टमेंट में दरोगा मेहरबान अली उर्फ भोंदे खां की लाश 24 जून को घर से करीब सौ मीटर दूर नाले में मिली थी। इस मामले में पुलिस ने भोंदे खां के दामाद अनीस खान की ओर से अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए इस मामले में बड़ा खुलासा किया। पुलिस के अनुसार, भोंदे खां की हत्या उसकी बीवी जाहिदा ने कराई थी। जाहिदा के अवैध संबंध मुजफ्फरपुर निवासी बहनोई से थे। इसकी जानकारी दरोगा भोंदे खां को थी और वह विरोध करता था। साथ ही वह अपनी पुत्रियों के फैशन को लेकर भी आपत्ति जताता था। इन सब बातों से ऊब चुकी बीवी जाहिदा ने बहनोई के गांव मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के ताउली निवासी ताहसीन और कासिम से संपर्क किया। उनसे 1 लाख रुपये में सौदा तय कर पति की हत्या की सुपारी दी।
पूर्व योजना के तहत भाड़े के हत्यारे ताहसीन और कासिम शाहजहांपुर आए और भोंदे खां के घर पहुंचे। वहां भोंदे घर पर मौजूद था, उसकी गला दबा दी दबाकर हत्या कर दी गई और कोई उसके जीवित रहने की कोई गुंजाइश न रहे, इसलिए उसका टकरा कर फोड़ दिया गया।
हत्या के 11 घंटे तक घर में रखा शव
भोंदे खां की हत्या के 11 घंटे बाद तक शव फेंके जाने का इंतजार किया गया। जब रात हो गई, तब भोंदे खां की पत्नी जाहिदा और उनकी बेटियां निगरानी करने लगी। सुनसान होने पर हत्यारे ताहसीन और कासिम दरोगा की लाश ले जाकर नाले में फेंक आए।
दरोगा के ही वेतन से दिया हत्यारों को एडवांस
पुलिस ने एक और बड़ी दिलचस्प तथ्य का उजागर किया है। पुलिस का कहना है कि जाहिदा ने अपने पति के वेतन के 50 हजार रुपये उसकी ही हत्या के लिए एडवांस दिए। पुलिस का कहना था कि 5 जून को दरोगा अपने वेतन खाते से 68 हजार 500 रुपये निकाल कर घर लाए थे। बाकी रुपये बाद में देने का वादा किया गया था। पुलिस ने बताया कि दरोगा भोंदे खां की हत्या में उनकी पत्नी जाहिदा, बेटी जीनत, इरम, आलिया और बड़ी बेटी शबा भी शामिल थी।
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