top of page
Promoting Harmony
Daaman
Oct 20, 20201 min read
मैं पुरूष - by Yuvraj Katare
मैं पुरूष, बंदर हूं उस मदारी का, जिसका नाम नारी हैं;
अबला, दलित, हेय उसे है कहते, वह पुरूषो पर भारी हैं।
कानून सभी रक्षा उसकी करते,
वही केव
Oct 10, 20202 min read
मैं सक्षम नारी, तू क्यों बेचारी? - एक सशक्त नारी का बहाने बाज़ को सन्देश
मैं भी हूँ आज की नारी
न अबला, न बेचारी
अपने दम पर जीती हूँ मैं
न जीवन से कभी मैं हारी
पर सवाल मेरा है उस नारी से
जो खुद को कहती बेचारी
हर ब
bottom of page